कानपुर का मूल नाम 'कान्हपुर' था जिसे अब कानपुर के नाम से जाना जाता है कानपुर को उत्तर भारत का मैनचेस्टर भी कहा जाता है कानपुर भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का सबसे बड़ा शहर तथा उत्तर भारत का एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र है।
कानपुर को अब दो हिस्सों में बांट दिया गया है एक को कानपुर नगर और दूसरे को कानपुर ग्रामीण कर दिया गया है कानपुर की सीमा से उन्नाव, कन्नौज, औरैया, जालौन, हमीरपुर और फतेहपुर की सीमा लगती है और यह शहर गंगा नदी के किनारे स्थित है।
कानपुर शहर इसके रासायनिक उर्वरक, कपड़ा और चमड़े के उद्योगों के लिए जाना जाता है। आज़ादी से पहले के काल में यह एक महत्वपूर्ण ब्रितानी गैरिसन था।
कानपुर क्यों प्रसिद्ध है?
* कानपुर को चमड़ा नगरी के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि कानपुर शहर में 400 से अधिक पंजीकृत टेनरियों हैं इनमें से लगभग 90 टेनरियों में वनस्पति टैन्ड चमड़े का उत्पादन होता है।
* कानपुर शहर जिसने विश्व प्रसिद्ध 'लाल इमली' ऊनी फैक्ट्री, एलएमएल, पान पराग, आईसीआई लिमिटेड और दुनिया के सबसे बड़े चमड़े के उद्योगों के लिए भी प्रसिद्ध है।
* आईटीआई कानपुर जो हमारे देश के लिए कई सारे मुकाम हासिल किए हैं इसके लिए भी प्रसिद्ध है।
* भीतरगांव मंदिर भीतर गाँव, राधा कृष्ण मंदिर, जगन्नाथ मंदिर बेहटा, कानपुर मेमोरियल चर्च, नाना राव पार्क, ग्रीन पार्क स्टेडियम, प्राणी उद्यान, कानपुर सेंट्रल, ज़ेडस्क्वायर मॉल, अटल घाट, और गंगा बैराज लिए प्रसिद्ध है।
कानपुर में बोली जाने वाली बोलियां-
मुख्य रूप से कानपुर में बोली जाने वाली बोलियाँ तो हिंदी या कनौजी, या दोनों बोलते हैं लेकिन प्रतिशत लोग पंजाबी, बंगाली, मराठी, उर्दू, तमिल, उड़िया और हिंदी की अन्य बोलियाँ जैसे ब्रज, अवधी, बिहारी, भोजपुरी, बघेली बुंदेली आदि बोलते हैं।
कानपुर का इतिहास-
कानपुर की स्थापना सचेन्दी के राजा हिन्दू सिंह ने की थी पहले इसका मूल नाम कान्हपुर था इतना प्रमाणित है कि अवध के नवाबो के शासन काल के अन्तिम चरण में यह पुराना कानपुर,सीसामऊ,पटकापुर,कुरसवाॅ,जूही के गावों के मिलने से बना था कुछ लोग तो इसे' कम्पू' भी कहते थे।
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