श्री गुरु नानक देव-
श्री गुरु नानक देव जी का जन्म 15 अप्रैल, 1469 को तलवंडी में हुआ था, जिसको अब वर्तमान पाकिस्तान में ननकाना साहिब के नाम से जाना जाता है। नानक जी सिख धर्म के संस्थापक और दस सिख गुरुओं में से प्रथम थे, जिन्होंने धर्म के सिद्धांतों की स्थापना की।
गुरु नानक जयंती कब मनायी जाती है?
गुरु नानक जयंती हर साल कार्तिक पूर्णिमा पर मनाई जाती है। इस दिन प्रभात-फेरी, शोभा यात्रा, भजन-कीर्तन और लंगर का आयोजन भी किया जाता है। गुरु नानक देव जी ने 'एक ओंकार', 'नाम जपना', 'किरत करना' और 'वंड छकना' जैसे सिद्धांतों की शिक्षा दी।
इस साल गुरु नानक देव जी की जयंती 5 नवंबर को उनकी 556वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी।
गुरु नानक देव जी के प्रमुख उपदेश-
1. ईश्वर एक है।
2. सदैव एक ही ईश्वर की उपासना करो।
3. जगत का कर्ता सब जगह और सब प्राणी मात्र में मौजूद है।
4. सर्वशक्तिमान ईश्वर की भक्ति करने वालों को किसी का भय नहीं रहता है।
5. हमें ईमानदारी से मेहनत करके उदरपूर्ति करना चाहिए।
6. हम बुरा कार्य करने के बारे में न सोचें और न किसी को सताएं।
7. सदा प्रसन्न रहना चाहिए। ईश्वर से सदा अपने को क्षमाशीलता मांगना चाहिए।
5. हमें ईमानदारी से मेहनत करके उदरपूर्ति करना चाहिए।
6. हम बुरा कार्य करने के बारे में न सोचें और न किसी को सताएं।
7. सदा प्रसन्न रहना चाहिए। ईश्वर से सदा अपने को क्षमाशीलता मांगना चाहिए।
8. मेहनत और ईमानदारी से कमाई करके उसमें से जरूरतमंद की मदद करना।
9. सभी स्त्री और पुरुष बराबर हैं।
10. भोजन शरीर को जिंदा रखने के लिए जरूरी है पर लोभ-लालच व संग्रहवृत्ति बुरी है।
9. सभी स्त्री और पुरुष बराबर हैं।
10. भोजन शरीर को जिंदा रखने के लिए जरूरी है पर लोभ-लालच व संग्रहवृत्ति बुरी है।
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