दिवाली भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है यह भारत में ही नहीं विदेशों में भी मनाया जाता है दीपावली को दीपों का त्योहार भी कहा जाता है इस त्यौहार को हिंदू, सिख,बौद्ध और जैन धर्मों के लोग भी मनाते हैं।
दीपावली प्रत्येक वर्ष अक्टूबर-नवंबर के कार्तिक माह के पूर्णिमा को मनाया जाता है दिवाली के दिन धन की देवी लक्ष्मी माता और गणेश जी की पूजा की जाती है दीपावली के कुछ दिन पहले से ही लोग अपने घरों की साफ-सफाई करने लगते हैं इस दिन पूरे घर को दीपों से सजाया जाता है और पूरा घर, शहर उजाले से जगमगा उठता है।
दीपावली के दिन बच्चों के अंदर और खुशियां देखने को मिलती है इस दिन बच्चे पटाखे खूब जलाते हैं।
दिपावली क्यों मनाया जाता है?
दीपावली मनाने के पीछे अलग-अलग कहानियां है ।
लोगों का मानना है कि जब भगवान श्री राम रावण का वध करके सीता और लक्ष्मण के साथ 14 वर्षों बाद अयोध्या पहुंचे तो उनकी प्रजा मकानों की सफाई करके दीप जलाकर उनका स्वागत किया था तब से दीपावली मनाया जाता है।
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दूसरी कथा या कहानी
जब श्रीकृष्ण ने राक्षस नरकासुर का वध करके प्रजा को उसके आतंक से मुक्ति दिलाई तो द्वारका की प्रजा ने दीपक जलाकर उनको धन्यवाद दिया।
एक और परंपरा के अनुसार सतयुग में जब समुद्र मंथन हुआ तो धन्वंतरि और देवी लक्ष्मी के प्रकट होने पर दीप जलाकर आनंद व्यक्त किया गया।
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दीपावली 2022 का शुभ मुहूर्त क्या है?
इस वर्ष दीपावली अक्टूबर माह की अमावस्या को 24 अक्टूबर और 25 अक्टूबर को है। लेकिन, 25 तारीख को अमावस्या तिथि प्रदोष काल से पहले ही समाप्त हो जा रही है और 24 अक्टूबर को प्रदोष काल में अमावस्या तिथि मौजूद रहेगी। उसी दिन निशित काल में भी अमावस्या तिथि रहेगी। इसलिए 24 अक्टूबर को ही सर्वमान्य रूप से पूरे देश में दीपावली का पर्व मनाया जाएगा।
रविवार के दिन त्रयोदशी तिथि शाम 6 बजकर 04 मिनट तक रहेगी। उसके बाद चतुर्दशी तिथि लग जाएगी।
24 तारीख को शाम 5 बजकर 28 मिनट पर चतुर्दशी तिथि समाप्त होगी और अमावस्या तिथि आरंभ होगी।
अमावस्या तिथि 25 तारीख को शाम 4 बजकर 19 मिनट तक रहेगी।
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