छोटी सी पंछी की कहानी-
एक जंगल में एक पेड़ की ऊंची शाख पर एक छोटा सा पंछी बैठा था वह एक डाल से दूसरी डाल पर कूदता फिर तीसरी डाल पर वह निर्भीक होकर प्रकृति का आनंद ले रहा था।
अचानक जंगल में तूफान आ गया हवाएं इतनी जोर से चलने लगी कि मानो वृक्ष टूट कर गिर जाएंगे पर उस नन्ही पंछी को कोई भय नहीं था उसे विश्वास था कि वह तूफान से खुद को बचा लेगा अगर एक साथ टूट गई तो वह दूसरी शाख पर बैठ जाएगा जंगल में ना तो वृक्ष की कमी थी ना ही शाखाओं की वह जानता है अपनी शक्तियों को उसके पास उड़ने को पंख है और यही पंख उसकी शक्ति है यही उसका विश्वास है।
दोस्तों मुसीबत आए तो इस नन्ही पक्षी की तरह निर्भीक होकर सामना करें मत भूलना की विपरीत परिस्थितियों में ही हमारा सर्वश्रेष्ठ बाहर निकलता है याद रखना की पतंग हवा के विपरीत ही उड़ती है मत भूलना कि जब कोई रास्ता नहीं होता तभी बहुत से रास्ते खुलते हैं बस हमें खुद पर विश्वास होना चाहिए अपनी शक्तियों पर भरोसा होना चाहिए।
सीख-
दोस्तों इस कहानी समय यह सीख मिलती है कि किसी एक मुसीबत से हमें अपने जीवन से हार नहीं मानना चाहिए।
दोस्तों आपको यह कहानी कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएं।
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