केंद्रीय आलू अनुसंधान केंद्र भारत सरकार के कृषि सलाहकार सर हर्बर्ट स्टीवर्ट की सिफारिश पर बनाया गया था।
केन्द्रीय आलू अनुसंधान केंद्र भारत में हिमाचल प्रदेश राज्य के शिमला में स्थित है पहले इसकी स्थापना 1949 में भारत के बिहार राज्य के पटना में किया गया था।
बाद में आलू के प्रजनन तथा बीज के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए इसे 1956 में हिमाचल प्रदेश राज्य के शिमला में स्थानांतरित कर दिया गया।
केंद्रीय आलू अनुसंधान केंद्र के द्वारा आलू की उत्पादकता और उपयोग को बढ़ाने,किस्मों के रोगमुक्त मूल बीज का उत्पादन करना,आलू उत्पादन की क्षेत्र-विशिष्ट समस्याओं को हल करने,आलू से संबंधित वैज्ञानिक सूचना,आलू उत्पादन के लिए अनुसंधान विधियों और प्रौद्योगिकी में प्रशिक्षण केंद्र के रूप में कार्य करना है।
भारत में केंद्रीय आलू अनुसंधान केंद्र के 7 क्षेत्रीय स्टेशन हैं।
1. मोदीपुरम (उत्तर प्रदेश)
2. ग्वालियर (मध्य प्रदेश)
3. पटना (बिहार)
4.शिलांग (मेघालय)
5. जालंधर (पंजाब)
6 कुफरी फागू (हिमाचल प्रदेश)
7. ऊटाकामुंड (तमिलनाडु)
आलू की किस्में-
आलू की बहुत सारी किस्म होती है कुछ निम्नवत इस प्रकार है कुफरी अलंकार, कुफरी पुखराज, कुफऱी चंदरमुखी, कुफरी अशोका, कुफरी जवाहर,कुफरी बहार, कुफरी लालिमा, कुफरी सतलुज, कुफरी सदाबहार,कुफरी सिंधुरी कुफरी फ्ऱाईसोना और कुफरी बादशाह आदि।
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