दोस्तों कभी-कभी कुछ ऐसे शब्द होते हैं जिसे एकबचन या बहूबचन बताना मुश्किल हो जाता है जिससे आपका प्रश्न गलत हो जाता है।
हमेशा बहूबचन में प्रयोग होने वाले शब्द- आँसू, दर्शन, प्राण, होश, बाल, हस्ताक्षर आदि
हमेशा एकबचन में प्रयोग होने वाले शब्द- माल जनता, सामान,सामग्री, सोना, अनेक आदि
एशिया महाद्वीप में कुल कितने देश हैं?
हिन्दी में दो बचन होते हैं-
1. एकबचन
2. बहुबचन
एकबचन-
शब्द के जिस रूप से एक वस्तु या एक पदार्थ का बोध होता है उसे एकबचन कहते हैं।
जैसे- मेज, किताब, नदी आदि
बहूबचन-
शब्द के जिस रूप से अनेक वस्तुओं या पदार्थों का बोध होता है उसे बहुबचन कहते हैं।
जैसे- किताबों, नदियों, बहनों, अनेक आदि
बहूबचन बनाने में प्रयुक्त प्रत्यय-
1. ए-
संज्ञा या शब्दों में अंतिम 'आ' के स्थान पर 'ए' कर देने से बहूबचन हो जाता है।
जैसे-
गधा- गधे
घोड़ा-घोड़े
2. एं-
किसी भी शब्दों के अंत में एं जोड़ने से बहूबचन हो जाता है।
जैसे-
पुस्तक- पुस्तकें
बात- बातें
3. ओं-
ओं का प्रयोग करके भी बहूबचन बनाया जाता है।
जैसे-
माता- माताओं
साधु-साधुओं
बहन-बहनों
4. यां-
यां का प्रयोग करके भी बहूबचन बनाया जाता है।
जैसे-
जाति- जातियां
नदी- नदियां
लड़की- लड़कियां।
दोस्तों आपको यह जानकारी कैसी लगी कमेन्ट करके जरूर बताएं।
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