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दुनिया का एकमात्र तैरता हुआ नेशनल पार्क duniya ka akmatra tairata huaa national park.

विश्व का एकमात्र तैरता हुआ नेशनल पार्क नाम क्या है?
विश्व का एकमात्र तैरता हुआ राष्ट्रीय उद्यान कहां स्थित है?
इन सभी सवालों के जवाब के साथ-साथ आपको अन्य जानकारी इस आर्टिकल में नीचे मिलेगी इसलिए इसे पूरा पढ़ें।
एकमात्र तैरता हुआ नेशनल पार्क


आपने बहुत सारे राष्ट्रीय उद्यान का नाम सुना होगा और जानते ही होंगे लेकिन आज हम आपको ऐसे राष्ट्रीय उद्यान का नाम बताएंगे जो विश्व में पहला तैरता हुआ राष्ट्रीय उद्यान है । 
आइए जानते हैं इसके बारे में।
 
** विश्व में एकमात्र तैरता हुआ राष्ट्रीय उद्यान का नाम क्या है?
विश्व में एकमात्र तैरता हुआ राष्ट्रीय उद्यान का नाम केयबुल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान है।
यह विश्व में प्रसिद्ध एकमात्र तैरता हुआ राष्ट्रीय उद्यान है।


** विश्व में एकमात्र तैरता हुआ राष्ट्रीय उद्यान कहां स्थित है?
विश्व में एकमात्र तैरता हुआ राष्ट्रीय उद्यान केयबुल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान जो भारत में मणिपुर राज्य के लोकटक झील इंफाल से 53 किलोमीटर दूर बिशनुुपुर जिले में स्थित है। यह नेशनल पार्क लोकटक झील में स्थित है।
लोकटक झील भारत में सबसे बड़ी ताजे पानी की झील है।


केयबुल लामजाओ नेशनल पार्क-यह पार्क 40 वर्ग किलोमीटर में स्थित है यह दुनिया का एकमात्र तैरता हुआ नेशनल पार्क है जो भारत में मणिपुर राज्य केे लोकटक झील में बिशनुुपुर जिले में स्थित है। लोकटक झील की खास बात यह है कि इसमें प्राकृतिक दीप देखने को मिलते हैं।



लोकटक झील में गोले के आकार सा तैरता हुआ विशाल हरित घेरों की वजह से इसे तैरता हुआ झील भी कहा जाता है। यह हरित घेरा वनस्पति  मिट्टी जैविक पदार्थ से निर्मित 4 फीट मोटी परत होती है। परत की मोटाई का 80% हिस्सा ऊपर तथा 20% हिस्सा पानी में डूबा रहता है। यह परत इतनी मोटी होती है कि स्तनपाई जीवो का वजन आसानी से झेल सकती है स्थानीय भाषा में इसे फुमदी करते हैं।

लोकटक झील काफी धनी झील मानी जाती है इस झील में तैरती हुई फुमदी पर कई तरह के घास, पेड़ ,पौधे उपस्थित है यहां फुमदी का काफी बड़ा घेरा है इस घेरे हुए भूभाग को भारत सरकार ने केयबुल लामजाओ नेशनल पार्क नाम दिया है। तथा भारत सरकार ने इसे रामसर साइट भी घोषित किया है।

नेशनल पार्क का क्षेत्रफल पहले 4000 हेक्टेयर था लेकिन स्थानी निवासियों के दबाव के कारण अब इसका क्षेत्रफल 2160 हेक्टेयर है। इसका रकबा घटता- बढ़ता रहता है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार इस नेशनल पार्क की स्थापना मान शर्मा के द्वारा किया गया था। इस पार्क में कई वनस्पतियां जीवों के कारण प्रसिद्ध है।
यहां कई प्रकार के जीव जंतु जैसे एशियन सुनहरी बिल्ली, काला मलयालम भालू ,रंग बिरंगे पंछी, अजगर, जंगली कौवा, स्पाटबिल ,बर्मी सारस, शंघाई हिरन आदि पाए जाते हैं।


केयबुल लामजाओ राष्ट्रीय पार्क में एकमात्र शंघाई हिरण पाए जाते हैं।

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