भारत में सर्वप्रथम जजिया कर लगाने वाला शासक मुहम्मद बिन कासिम था, मुहम्मद बिन कासिम ने सर्वप्रथम भारत के सिंध प्रांत के देवल में जजिया कर लगाया था, भारत में इसका साक्ष्य मुहम्मद बिन कासिम के आक्रमण के बाद देखने को मिलता है मोहम्मद बिन कासिम ने 712 ई० सिंध पर विजय के बाद जजिया कर लगाया था।
इसके बाद जजिया कर लगाने वाला दिल्ली सल्तनत का प्रथम सुल्तान फिरोज तुगलक था फिरोज तुगलक ने जजिया कर को खराज (भूराजस्व) से निकालकर पृथक कर के रुप में वसूलता था फिरोज तुगलक पहला शासक था जिसने ब्राह्मणों पर भी जजिया कर लगाया था।
इससे पहले ब्राह्मणों से जजिया कर नहीं वसूला जाता था फिरोज तुगलक के जजिया कर वसूलने के विरोध में दिल्ली के ब्राह्मणों ने भूख हड़ताल कर दी थी लेकिन फिरोज तुगलक को इसका कोई फर्क नहीं पड़ा और अंत में दिल्ली की जनता ने ब्राह्मणों के बदले स्वयं जजिया कर देने के लिए तैयार हो गए, इसके बाद लोदी वंश के शासक सिकंदर लोदी ने जजिया कर को लगाया।
क्या है? जजिया कर-
जजिया कर एक प्रकार का धार्मिक कर है इसे मुस्लिम राज्य में रहने वाले गैर मुस्लिम (मुस्लिम के अलावा) जनता से वसूला जाता था क्योंकि इस्लामिक राज्यों में केवल मुसलमानों को रहने की इजाजत थी इस्लामिक राज्यों में मुस्लिम धर्म के अलावा किसी अन्य धर्म के रहने वाले लोगों को धार्मिक कर देना पड़ता था जिसे जजिया कर कहा जाता था जजिया कर देने के बाद गैर मुस्लिम (अन्य धर्मों के लोग) इस्लामिक राज्यों में अपने धर्म का पालन कर सकते थे।
पूछे जाने वाले प्रश्न
1. सर्वप्रथम जजिया कर किसने लगाया?
जवाब - मोहम्मद बिन कासिम
2. सर्वप्रथम जजिया कर कब लगाया गया?
जवाब - 712 ई० सिंध पर विजय के बाद
3. ब्राह्मणों पर सर्वप्रथम जजिया कर किसने लगाया?
जवाब - फिरोज तुगलक
4. सर्वप्रथम जजिया कर किसने समाप्त किया?
जवाब - अकबर 1564 ई०
5. जजिया कर लगाने वाला अंतिम शासक कौन था?
जवाब - औरंगजेब
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