कोयला क्या है?
कोयला एक प्रकार का ज्वलनशील पदार्थ है जो काले तथा भूरे रंग में पाया जाता है कोयला पृथ्वी के तलछठी अथवा अवसादी चट्टानों में पाया जाता है कोयला में मुख्य रूप से कार्बन, हाइड्रोजन, सल्फर, ऑक्सीजन तथा नाइट्रोजन आदि तत्व पाए जाते हैं या मिलकर बना होता है।
सबसे ज्यादा कोयला उत्पादक राज्य- हम आपको बता दें कि पहले सबसे अधिक कोयले का उत्पादन झारखंड राज्य में होता था लेकिन कुछ वर्षों से भारत में सबसे अधिक कोयले का उत्पादन छत्तीसगढ़ राज्य में होता है।
भारत में सबसे अधिक कोयले के उत्पादन में पहला स्थान छत्तीसगढ़ तथा दूसरा स्थान झारखंड और तीसरा स्थान ओडिशा राज्य का आता है।
छत्तीसगढ़ लगभग 127 करोड टन के साथ पहले स्थान पर और झारखंड 113 करोड़ टन के साथ दूसरे स्थान पर जबकि ओडिशा 112 करोड टन उत्पादन के साथ तीसरे स्थान पर है।
कोयला के प्रकार-
कोयला मुख्य रूप से चार प्रकार के होते हैं।
1.एंथ्रेसाइट Anthracite कोयला-
यह कोयला सबसे अच्छी क्वालिटी का माना जाता है क्योंकि इस में कार्बन की मात्रा 94-98 प्रतिशत होती है यह कोयला चमकदार, मजबूत तथा काला होता है इसका उपयोग करो तथा व्यवसाय में स्पेस हीटिंग के लिए किया जाता है।
2) बिटुमिनस Bituminous.कोयला-
इस कोयले में कार्बन की मात्रा 78 से 86% होती है यह एक ठोस अवसादी चट्टान है जो काले तथा हल्के भूरे रंग में पाई जाती है इस कोयले का उपयोग भाग और विद्युत उत्पादन तथा कोक के निर्माण में किया जाता है।
3) लिग्नाइट Lignite.कोयला-
लिग्नाइट कोयला फास्ट के लिए सबसे हानिकारक होता है यह कोयला भूरे रंग का होता है इस में कार्बन की मात्रा 28 से 30% होती है तथा इसका उपयोग विद्युत ऊर्जा का निर्माण के लिए किया जाता है।
4) पीट Peat.कोयला-
पीट कोयला, कोयले के निर्माण की पहली अवस्था होती है यह स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक हानिकारक होती है इसमें कार्बन की मात्रा 27% पाई जाती है
कोयले का उपयोग-
1. कोयले का उपयोग विद्युत बनाने में किया जाता है।
2. कोयले का उपयोग ईंधन के रूप में भी किया जाता है।
3. कोयले का उपयोग पेंट तथा पॉलिश बनाने में किया जाता है।
4. कोयले का उपयोग टाइपराइटर, टायर, ट्यूब तथा जूते बनाने में भी किया जाता है।
5. कोयले का उपयोग कोक बनाने में भी किया जाता है।
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